वन्य जीव विज्ञान के क्षेत्र में एक नया और रोमांचक अनुसंधान प्रकाश में आया है जिसमें यह पाया गया है कि जंगली chimpanzee कुछ खास पौधों का उपयोग अपनी बीमारियों को ठीक करने के लिए करते हैं। इन पौधों में दर्द निवारक और जीवाणुरोधी गुण होते हैं। यह शोध Uganda के जंगलों में किया गया है, जहां वैज्ञानिकों ने घायल या बीमार दिखने वाले जानवरों का अवलोकन किया ताकि यह देखा जा सके कि क्या वे खुद को ठीक करने के लिए पौधों का उपयोग कर रहे हैं।
जब किसी घायल जानवर ने जंगल से कुछ खास पौधा खोजकर खाया, तो शोधकर्ताओं ने उस पौधे के नमूने एकत्रित किए और उनकी जांच की। यह पाया गया कि अधिकांश पौधों में जीवाणुरोधी गुण होते हैं। इन परिणामों को PLOS One पत्रिका में प्रकाशित किया गया है, और वैज्ञानिकों का मानना है कि इन chimpanzees की आदतें नए दवाओं की खोज में मदद कर सकती हैं।
चिकित्सीय पौधों की खोज
शोध के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. Elodie Freymann का कहना है, “हम जंगलों में उगने वाले हर पौधे का परीक्षण नहीं कर सकते हैं, तो क्यों न उन पौधों का परीक्षण किया जाए जिनके बारे में हमें पहले से जानकारी है – वो पौधे जिनको chimpanzees ढूंढते हैं?” पिछले चार वर्षों में, डॉ. Freymann ने Budongo Central Forest Reserve में जंगली chimpanzees के दो समुदायों का ट्रैक किया और उनका गहन अवलोकन किया।
व्यवहारिक संकेत
डॉ. Freymann और उनकी टीम ने उन chimpanzees के मल और मूत्र के नमूने भी एकत्र किए जो दर्द में दिख रहे थे, जैसे कि लंगड़ा चलना या अपने शरीर को असामान्य रूप से पकड़ना। उन्होंने विशेष रूप से ध्यान दिया जब किसी घायल या बीमार chimpanzee ने कुछ ऐसा खोजा जो वह सामान्य रूप से नहीं खाता था – जैसे पेड़ की छाल या फल के छिलके।
डॉ. Freymann ने एक खास chimpanzee के बारे में बात की – एक नर, जिसकी हाथ में गंभीर चोट थी। “वह अपने हाथ का उपयोग नहीं कर रहा था, वह लंगड़ा कर चल रहा था,” वह याद करती हैं। जब बाकी जानवरों का समूह खा रहा था, तब वह घायल chimpanzee फर्न की तलाश में इधर-उधर घूम रहा था। “वह अकेला chimpanzee था जिसने इन फर्न को खोजा और खाया।”
वैज्ञानिक विश्लेषण
शोधकर्ताओं ने इस फर्न को एकत्रित किया और इसका विश्लेषण किया। यह पौधा Christella parasitica कहलाता है, जिसमें शक्तिशाली anti-inflammatory गुण पाए गए। कुल मिलाकर, शोधकर्ताओं ने 13 विभिन्न पौधों की प्रजातियों से 17 नमूने एकत्र किए और उन्हें जर्मनी के Neubrandenburg University of Applied Sciences के डॉ. Fabien Schultz के पास विश्लेषण के लिए भेजा।
यह पाया गया कि लगभग 90% अर्क ने बैक्टीरिया की वृद्धि को रोका और एक तिहाई में प्राकृतिक सूजन-रोधी गुण पाए गए, जिसका मतलब है कि वे दर्द को कम कर सकते हैं और उपचार को प्रोत्साहित कर सकते हैं।
परिणाम और निष्कर्ष
शोध के सभी घायल और बीमार chimpanzees ने पूर्ण रूप से ठीक हो गए, जिससे डॉ. Freymann बेहद खुश हैं। “जिस chimpanzee ने फर्न खाया था, उसने कुछ ही दिनों में अपने हाथ का उपयोग फिर से शुरू कर दिया,” उन्होंने बताया।
निष्कर्ष
यह शोध एक महत्वपूर्ण खोज की ओर इशारा करता है कि जंगली जानवरों में स्वयं की चिकित्सा करने की क्षमता हो सकती है। इससे हमें न केवल जानवरों के व्यवहार को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलती है, बल्कि भविष्य में नए दवाओं की खोज में भी महत्वपूर्ण योगदान मिल सकता है। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इस प्रकार के शोध से हमें प्राकृतिक चिकित्सा के नए स्रोत मिल सकते हैं, जो मानव स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद हो सकते हैं।